नूतन लाल साहू

 उद्देश्य


मानव जीवन का मूल उद्देश्य

मन की शांति प्राप्त करना है

मन की शांति से बढ़कर

इस दुनिया में

और कोई दौलत नहीं है

जिंदगी हमें,हमेशा ही

एक नया पाठ,पढ़ाती है

लेकिन हमें

समझाने के लिए नहीं,बल्कि

हमारी सोच बदलने के लिए।

मत लड़ मानव,भाग्य से

और ना ही उससे भाग

उचित दिशा में कर्म कर

मन में रख संतोष।

पहले समझो शून्य को

तब पाओगे ज्ञान

महाशक्ति है आत्मा

आत्म ज्ञान से ही,मनुष्य को

मन की शांति मिलती है।

जिसने जाना स्वयं को

वहीं असली साधक है

जो दुनिया के रंग में रंग गया

वो मन की शांति कहां पायेगा।

तरह तरह के धर्म हैं

तरह तरह के है संत

जिसने मारा,अहम को

वहीं असली संत

मानव जीवन का मूल उद्देश्य

मन की शांति प्राप्त करना है

मन की शांति से बढ़कर

इस दुनिया में

और कोई दौलत नहीं है।


नूतन लाल साहू

कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...