*।।रचना शीर्षक।।*
*।। सूरत नहीं सीरत मायने रखती है*
*किरदार की जिन्दगी में।।*
जैसा देते आप यहाँ वैसा
ही लौट कर आता है।
विश्वास घाती एक दिन
खुद भी धोखा खाता है।।
आज नहीं तो कल मिल
जाता है छल उन्हें।
आदर देने वाला ही सामने
से सम्मान पाता है।।
तिल तिल कर मरना नहीं
मुस्करा कर ही जीना है।
वास्तविक आनंद जीवन में
मेहनत खून पसीना है।।
छोड़ कर देखो अहम को
मंत्र जीने का आ जायेगा।
मत गवांना इस जीवन को
एक अनमोल नगीना है।।
कभी बहुत मुश्किल तो कभी
आसान भी है जिन्दगी।
कश्मकश भी बहुत तो कभी
नादान भी है जिन्दगी।।
लाखों रंग समेटे हुए जिन्दगी
अपनी इस जंग में।
हर सवाल का जवाब लिये
ऐसा इम्तिहान है जिंदगी।।
हार और जीत तो हमारी
सोच का किस्सा है।
गर मन में ठान लिया तो जीत
बनती हमारा हिस्सा है।।
वक्त की कद्र करो तो समय
करता हमारी इज़्जत।
किरदार की खूबसूरती से ही
मिटता हर घिस्सा है।।
*रचयिता।।एस के कपूर "श्री हंस"*
*बरेली।।।*
मोब।।। 9897071046
8218685464
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