नूतन लाल साहू

 पल दो पल की बातें


जिंदगी उसी को आजमाती है

जो हर मोड़ पर चलना जानता है

कुछ पाकर तो,हर कोई मुस्कुराता है

पर जिंदगी,उसी की होती है

जो सब कुछ खोकर भी

मुस्कुराना जानता है

बांसुरी से सीख लें

एक नया सबक,ये जिंदगी

सीने में लाख जख्म हो

फिर भी गुनगुनाती है

किसी पर हंसने से बेहतर है

किसी के साथ हंसे

क्योंकि छोटी छोटी खुशियां ही तो

जीने का सहारा बनती है

मै सच कहता हूं

आत्मविश्वास के साथ

पैदल चलना

संदेह में दौड़ने से

कहीं बेहतर है

ये क्या सोचेंगे,वो क्या सोचेंगे

दुनिया क्या सोचेंगी

इससे ऊपर उठकर कुछ सोच

मै सच कहता हूं प्यारे

जिंदगी सुकून का

दूसरा नाम हो जायेगी

जिंदगी उसी को आजमाती है

जो हर मोड़ पर चलना जानता है

कुछ पाकर तो, हर कोई मुस्कुराता है

पर जिंदगी उसी की होती है

जो सब कुछ खोकर भी

मुस्कुराना जानता है


नूतन लाल साहू

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