" दौसा जिला हमारा "
राजस्थान के मानचित्र में ,
29 वाँ जिला हमारा।
देवनगरी नाम से जाना जाए,
दौसा जिला है प्यारा ।
कछवाहा राजवंश की यह,
बनी प्रथम राजधानी ।
दौसा का गिरी दुर्ग स्थित है,
स्थान देवगिरी पहाड़ी।
प्राकृतिक, आध्यात्मिकता में ,
शहर हमारा न्यारा।
सुंदर दास जी की जन्मभूमि यह,
वंदन नमन हमारा।
पंच महादेवों की नगरी,
घंटा ध्वनि सदैव बाजे।
पाँच रूप महादेव के,
संपूर्ण नगर में विराजे ।
मेहंदीपुर बालाजी की प्रतिमा,
महुआ नगरी में साजे,
द्वार खड़े सब हाथ जोड़कर,
दीन हो या फिर राजे।
12 वीं शताब्दी की दुर्लभ कला,
हर्षा माता मंदिर आभानेरी में मिला।
झाझीरामपुरा, चांदबावड़ी
ऐतिहासिक धरोहर ।
मोहनगढ़ का किला लुभाए,
पर्यटकों वर्ष भर।
लालसोट में अरावली पर,
आस्था धाम निराला।
पपलाज माता का मंदिर है,
भक्तों का रखवाला ।
मोरेल ,बांणगंगा नदी यहाँ पर,
कल -कल बहती जाए।
हेला ख्याल सांस्कृतिक धरोहर,
मिट्टी के गीत सुनाए।
30 बरस का हुआ जिला अब,
हर्षोल्लास है छाया ।
दौसा के स्थापना दिवस पर,
हर नगरवासी हरषाया।
डॉ0 निर्मला शर्मा
दौसा राजस्थान
संशोधित रचना
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