परम पावन मंच का सादर नमन
..... सुप्रभात
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मनहरण घनाक्षरी
पतित पावन नाम
जपिए सुबह शाम
सुमरि सुमरि नाम
मन शुद्ध कीजिए।
राम नाम औषधि है
हरती सब व्याधि है
प्रेम भाव से इसका
नित्य पान कीजिए।
संसार तो आसार है
राम नाम आधार है
सुमिरन नौका चढ़
पार भव कीजिए।
जपिए धर के ध्यान
मिटता तम अज्ञान
ज्ञानदीप रामनाम
सत्य पहचानिए।
मन्शा शुक्ला
अम्बिकापुर
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