*।। हे कॅरोना , हमें हार मंजूर नहीं है।।*
*।।विधा।।मुक्तक।।*
1
माना कि घनेरी रात पर
सुबह भी दूर नहीं।
प्रहार बहुत कठोर पर
हार भी मंजूर नहीं।।
माना समय कठिन पर
गुजरेगा धैर्य से।
हौंसला कुछ टूटा जरूर
पर चूर चूर नहीं।।
2
दुआ दवाई निरंतर श्रम
परेशानी से निकालेगा।
कड़ी की तोड़ ही हमको
महामारी से निकालेगा।।
सदी में एक बार जरूर
आती है कोई बीमारी।
हमारा हौंसला ही हमें इस
दुश्वारी से निकालेगा।।
3
इस कॅरोना ने जीवन की
परिभाषा बदल दी है।
असर यूँ पड़ा जीवन की हर
अभिलाषा बदल दी है।।
4
हम फिर वैसी ही चहकती
सुबाह लेकर आयेंगें।
जीने की वैसी ही ललकऔर
चाह लेकर आयेंगें।।
इस कॅरोना कड़वी यादों को
कर देंगें दफ़न हम।
जिंदगी की वापिस फिर वही
हर वाह लेकर आयेंगे।।
*रचयिता।।एस के कपूर "श्री हंस*"
*बरेली।।।।*
मोब।।।।। 9897071046
8218685464
*।। प्रातःकाल वंदन।।*
*(अक्षय तृतीया की शुभकामना*
*सहित)*
🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂
इस अक्षय तृतीया पर
मिले स्वर्ण चंदन आपको।
इस अखा तीज प्राप्त हो
स्वर्णिमअभिनंदनआपको।।
यह पुनीत पर्व लेकर आये
जीवन में खुशियां आपार।
*इस अक्षय तृतीया के नव*
*प्रभात पर वंदन आपको।।*
👌👌👌👌👌👌👌👌
*शुभ प्रभात।।।।।।।।।।।।।।।।।*
*।।।।।।।।।।।।।। एस के कपूर*
👍👍👍👍👍👍👍👍
*दिनाँक. 14. 05. 2021*
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