लोकतंत्र
लोकतंत्र के दौर में
सबको मिला अधिकार,
स्वतंत्रता मुखरित हुई
जनता बनी सरकार।
भेद-भाव का टूटा परचम
समभाव जग में आया,
लोकतंत्र के शासन ने
जीना सबको सिखाया।
जन की भागीदारी से
सफल हुआ प्रयास,
लोकतंत्र के पथ चलकर
खूब हुआ विकास ।
लोकतंत्र की गरिमा बढ़े
कभी ना आये आंच,
जन-जन का संकल्प हो
अटल रहे यह ताज।
-अवधेश कुमार वर्मा "कुमार"©
महराजगंज(उत्तर प्रदेश)
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