नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर

शीर्षक---लम्हा लम्हा जिंदगी

जिंदगी का सफर गम खुशी आंसू मुस्कान तन्हाई कारंवा नफरत मोहब्ब्त की दासता दरमियान।।
मन के कागज़ पर लम्हे कुछ लिख जाते ऐसा जिन्दगी जज्बात ज़मीं आसमान जैसा।।                      

नित्य निरंतर प्रभा प्रवाह का ठहराव चलती जिंदगी रिश्ते नाते प्यार मोहब्बत दुश्मनी दोस्ती।मन के कागज पर जिंदगी की याद इबारत।।
कुछ भूलता मिटाता कुछ साथ याद जख्मो की शक्ल कुछ जिंदगी के हसीन लम्हे हम सफर ।।
मन के कोरे कागज पर हुश्न इश्क मोहब्बत जज्बा जुनून सुरूर गुरुर ईमान गुनाह के अक्षर अल्फ़ाज़
दर्ज।।
इंसान की चाहत मन के कोरे कागज पर सोने के अक्षर अल्फ़ाज़ के खूबसूरत चमकते सोहरत की इबारत।।
मंजूर नही  खुदा को इंसान अपनी मर्जी से दर्ज करे मन के कोरे कागज  अपने जिंदगी लम्हो कदमो की तारीख  इबारत।।
तमाम हद हैसियत की लाइने खिंच देता मन में चाहत नफरत दोस्ती दुश्मनी जज्बे के बीज फसल लहलहाते।।

इंसान की जिंदगी का सफर जंग के मैदान का लम्हा लम्हा मन के कोरे
कागज़ पर रंग बिरंगी बहुरंगी इबादत के इबारत।।

नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश

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