एस के कपूर श्री हंस

।  प्रातःकाल   वंदन।।*
🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂
सप्रेम सादर  अभिवादन 
स्वीकार     हो   आपको।
ह्र्दयतल शुभकामनायों
का संचार हो    आपको।।
आज का दिन    कल से
और बेहतर हो  आपका।
*हमारा स्नेहिल    वंदन*
*नमस्कार   हो आपको*
👌👌👌👌👌👌👌👌
*शुभ प्रभात।।।।।।।।।।।।।।।।।*
*।।।।।।।।।।।।।।  एस के कपूर*
👍👍👍👍👍👍👍👍
*दिनाँक 22. 05. 2021*



ग़ज़ल।।संख्या 101।।*
*।।काफ़िया।।आना।।*
*।।रदीफ़।।होगा।।*
1  *मतला*
खुशियां तुझको   लौट कर   ही आना होगा
फिर वैसा ही सबका   खिलखिलाना होगा
2     *हुस्ने मतला*
डर के जिन्दगी को नहीं   गिडगिडाना होगा
समझदारी के लिए संबको ही समझाना होगा
3
यही कोशिश है दुनिया की दिन रात अब तो
फिर से जहान में अब वैसा ही जमाना होगा
4
आज जरूर थम गई है कहीं पर यह जिन्दगी
कल को चलता हुआ अब हर कारखाना होगा
5
कसम जो अब खा ली है  सारे जमाने ने ही
इस बीमारी को अब जड़ से ही मिटाना होगा
6
कॅरोना तेरा नामोनिशान मिट जाएगा जहाँ से
अब तो और भी  अच्छा हर दवाखाना होगा
7
अंदर जो आग फैल गई बवा के इस डर की
उसको हरचंद   अब तो  बुझाना ही होगा
8
वक़्त कीमती छिना हर किसी की जिदंगी से
वो हर लम्हा हर किसी को अब लौटाना होगा
9
बिगड़ गई जो बातें वो संभालेंगे हम मिलकर
हर किसी के हाथ में अब   मेहनताना होगा
10
*हंस* मायूसी के इन दिनों   को पीछे छोड़ देंगें
हर किसी को सितारों की तरह जगमगाना होगा

*रचयिता।।एस के कपूर "श्री हंस"*
*बरेली।।।।*
मोब।।।।।      9897071046  
                    8218685464

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