वंशिका अल्पना दुबे

भाई

मेरे भाई मेरे दोस्त भी हैं, और मेरी जिंदगी भी
हम तीनों साथ हंसते भी हैं, और रोते भी
हम लड़के भी हैं, और झगड़ते भी
हम साथ खेलते भी हैं, और घूमते भी

घर पर हर बात में सिर्फ अपनी हुकूमत चलाती हूं, इस बात से वह चिढ़ाते नहीं
घर की हर एक चीज में अपना अधिकार जताती हूं, इस बात से वह जलते नहीं

मैं चाहे कुछ भी करूं, वह मुझे कभी रोकते नहीं टोकते नहीं
हमेशा कहते हैं कि मैं दुनिया की सबसे अच्छी बहन हूं, मुझ में कोई कमी है यह वह मानते ही नहीं

शादी के बाद भी घर पर या उन पर मेरा अधिकार कम हो गया है, ऐसा कभी उन्होंने बताया नहीं
मैं कहीं पर गलत हूं या मैं कुछ गलत भी कर सकती हूं, ऐसा कभी उन्होंने बोला ही नहीं

हम एक दूसरे से गुस्सा तो होते हैं, पर कोई किसी को मनाता नहीं
हम एक दूसरे पर जान देते हैं, पर कोई किसी को यह जताता नहीं

किसी को भी दुखी करना यह हममें से किसी की भी आदत नहीं, 
पर हममें से किसी एक को भी दुखी करके कोई हम से बच जाए यह संभव नहीं

चोट मुझको लगती है, दर्द उनके चेहरे पर नजर आता है
दुखी मैं होती हूं, तो आंसू उनके आंखों से गिरता है
मेरी मुस्कान उनके चेहरों की चमक बन जाती है, 
मेरी खुशी उनके दिलों का सुकून बन जाती है

हम अपनी खुशियां आपस में बांटते भी हैं, 
और एक दूसरे से अपने गम छुपाते भी है
हम साथ मिलकर खिलखिलाते भी हैं, 
हम हमेशा एक दूसरे का साथ देते भी हैं

क्या लिखूं अपने उन भाइयों के बारे में, 
जिनकी हर खुशी मेरे बिना अधूरी है, 
मेरी जिंदगी उनके बिना अधूरी है, 
हमारा यह रिश्ता हमारी जिंदगी है

भगवान से बस यही प्रार्थना करती हूं, 
कि मेरे भाई जहां रहे खुश रहे स्वस्थ रहे, 
कामयाबी हमेशा उनके कदम चूमे
दुख और परेशानियां उनको छू कर भी न गुजरे

          वंशिका अल्पना दुबे
                  बेंगलुरु

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