*।।।।।रचना शीर्षक।।।।।।।।*
*धूम्रपान निषेद्ध दिवस 31*
*मई पर शपथ।।*
*।।।।विधा।।।।।मुक्तक।।।।।*
1
तम्बाकू, गुटका, पान मसाला
की अब बस है आज से।
कैंसर कारक इन नशों की तो
मानो अब तज है आज से।।
आज ही क्या सदैव जीवन में
आगे से उपयोग नहीं करेंगें।
प्रण करते हमसब धूम्रपान
निषेद्ध दिवस सच हैआज से।।
2
तंबाकू उत्पादों का प्रयोग
मानो जहर का सेवन है।
जीवन का तो मानो कि मौत
के दरिया में खेवन है।।
आज अभी से छोड़ दीजिए
आदत बुरी धूम्रपान की।
बेमौत मरता आदमी बचता
नहीं कोई नाम लेवन है।।
*रचयिता।।।।एस के कपूर*
*"श्री हंस"।।।।*
*बरेली।।।।।।।।।*
*31।।।।05।।।।।2021।।।*
मोब 9897071046।।।।
8218685464।।।।।।।।।
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