नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर

जीवन साथी जीवन साथी
साथ मे रहना साथ निभाना
सुख दुःख में मिल कर हाथ
बटाना।।
जीवन साथी जीवन साथी
साथ मे रहना।।
अभी तो ख्वाबो की दुनियां
दूल्हा दुल्हन रस्म रिवाज 
कसमे वादे के संग जन्म 
जन्म तक रहना है।।
जीवन साथी जीवन साथी
साथ मे रहना।।
जीवन की राहों में कांटे बहुत फूल
कम कांटो के शुलों से बचना  फूलों से दिल दामन का राह बनाना है।।
जीवन साथी जीवन साथी
साथ मे रहना।।
मधुमास की शुरुआत
मेरे नज़रों में तेरी दुनियां
तेरी नज़रों में मेरी दुनियां
नज़रों में ही सिमटी दुनियां
नज़रों से दिल दरिया की
गहराई में डूब जाना है।।
जीवन साथी जीवन साथी
साथ मे रहना।।

दिल की गहराई से उठते
तूफान कभी तूफानों में
डगमगाती जिंदगी की कश्ती
दिल नज़रों में दर्द का एहसास
दिल के उठते तूफानों में प्यार
को पतवार बनाना है।।                   
जीवन साथी जीवन साथी
साथ मे रहना।।
गर दिल को चोट ही
लग जाय अनजाने में
एक दूजे से दिल दर्पण
ना टूटे ना रूठे ऐसा
साथ निभाना सीखे
कुछ जमाना।।
जीवन साथी जीवन साथी
साथ मे रहना।।
वक्त की मार की रफ़्तार में
प्यार ना हो फीका 
रंग ना  दूजा चढ़े प्यार के सिवा
प्यार की नई दुनियां बनाना है।।
वक्त की कोई धूल प्यार
की इबादत की इबारत
ढक न पाए दुनियां
भूल ना पाए जहाँ जन्नत
बानाना है।।
जीवन साथी जीवन साथी
साथ मे रहना।।
दिल सांसे धड़कन
एक दूजे से एक दूजे
की खातिर कदम कदम
लम्हा लम्हा जवां जज्बा
साथ चलते जाना है ।।
जीवन साथी जीवन साथी
साथ मे रहना।।
जवां जज्बा जज्बात ही
आखिरी लम्हे तक साथ
बुढ़ापा बोझ बासीपन का नही
नाम हर लम्हा नए जोश
का जश्न बनाना है।।
जीवन साथी जीवन साथी
साथ मे रहना।।
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश

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