कुमकुम सिंह

इम्तिहान है जिंदगी 

इम्तिहान ही तो है यह जिंदगी,
 इतना आसान थोड़ी है जिंदगी।
कभी हंसाती कभी रुलाती,
कभी तो खुद पर परेशान हो जाती है जिंदगी।

संघर्ष का नाम ही इम्तिहान है,
बहुत कुछ सुन के चुप रह जाना भी तो इम्तिहान है।
 दरो दीवार से टकराकर,
सहज हो जाना भी तो इम्तिहान है जिंदगी।

कभी आसमा तो कभी जमीन के लिए तरसती है जिंदगी,
कभी शक्त और खामोश होकर गुजरती है जिंदगी।
इस पथरीले राह पर चलना भी तो ,
इम्तिहान है जिंदगी।

दिल से प्रार्थना कर गुजरती है जिंदगी,
सत्य से मिलना है झूठ से बिगड़ती है जिंदगी।
सत्य और झूठ का ,
सामना करना भी तो इम्तिहान है जिंदगी।

ए जिंदगी तू इतना इम्तिहान मत ले ,
टूट के बिखर जाऊं मैं तेरे दर पर ।
तू इतना परेशान मत कर,
परेशानियों में भी तो इम्तिहान है जिंदगी


कुमकुम सिंह

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