जयप्रकाश अग्रवाल काठमांडू नेपाल

योग और योग दिवस

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है आज,
संकल्प लें, करें सब नियमित योग ।
हो चुका प्रमाणित, वैज्ञानिक है यह,
मिटते इससे तन-मन के रोग ।

उपचार मात्र नहीं रोगों का,
योग मिटाये रोगों का कारण ।
फिर भी यदि हो भी जाये तो,
है करता योग उनका निवारण ।

पाँच मिनट कपाल भाती,
पाँच मिनट अनुलोम-विलोम ।
करो भस्त्रिका -उज्जयी भी,
उद्गीत तो बस ओम-ओम ।

प्राणायाम के साथ साथ ही,
करो तन पसंद आसन ।
होगा विकसित इससे,
तन में-मन में अनुशासन ।

पतंजलि ने सिखलाये,
हैं कई सूक्ष्म व्यायाम ।
इनको नित करोगे तो,
ना डाक्टर का कोई काम ।

हज़ारों वर्षों की परंपरा,
ऋषि-मुनियों से मिला योग 
प्राणायाम-योग का लाभ लें,
हम दुनिया के सारे लोग ।

यही संदेश देता यह दिन,
नीरोगी रहें - नीरोगी काया ।
आनन्द- स्फूर्ति-समृद्धि रहेगी,
भोग सकेंगे खुलकर माया ।

संकल्प लें, करें नियमित योग,
मिटते इससे तन-मन के सारे रोग ।


जयप्रकाश अग्रवाल काठमांडू नेपाल

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