सुधीर श्रीवास्तव

सायली छंद 
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माचिस
+==+==+
माचिस
चूल्हा जलाए
घर भी जलाए
करें कैसे
उपयोग
+++ 
खुद
जल जाऊँगी
तुम्हारे काम आऊँगी
यही स्वभाव
मेरा
+++
तीली
मात्र एक
परिदृश्य बदल देती
सावधान रहिए
विचारिये।
+++
माचिस
न रहे
चूल्हा नहीं जलेगा
नहीं पकेगा
भोजन
+++
औकात
मत देखो
आप सब मेरा
सोच लीजिए
पछताओगे।
+++
सिर्फ़
एक तीली
औकात बता देती
हर कोई
नतमस्तक
+++
माचिस
सिखाती हमें
एकता का महत्व
बँटकर हुए
अस्तित्वहीन
+++
मुझे
भड़काओ मत,
अस्तित्व विहीन होगे
मेरे साथ
तुम
+++
◆ सुधीर श्रीवास्तव
        गोण्डा, उ.प्र.
    8115285921
©मौलिक, स्वरचित

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