सुखमिला अग्रवाल भूमिजा

महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर 
चौपाई छंद

**************🌹*************

राणा जी की अमर कहानी,
कण कण गाथा कहे जुबानी।
अति बलशाली राजा राणा,
गौरव शाली राजपुताना।१।

अस्सी किलो का बना भाला,
युद्ध कौशल जिनका आला।
हृदय मोम आंखें चिंगारी,
मुगली सेना पुनि पुनि हारी।२।

*************🌹*************

सुखमिला अग्रवाल'भूमिजा'
स्वरचित मौलिक
कापीराइट ©️®️
मुंबई

कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...