नंदिनी लहेजा

नमन माँ शारदे
मन मंच
विषय-पिता
विधा -हाइकु

मेरे आधार
जीवन दाता पिता
शत  नमन

आप सारथी
जीवन के रथ के
पार लगते

वंदन पिता
ह्रदय से करता
मांगूं आशीष

आपसे मैंने
पाया यह जीवन
क़र्ज़ आपका

करूँगा सेवा
मन से मैं आपकी
हैं फ़र्ज़ मेरा

सदा बचाते
हर कष्ट से हमें
बनके ढाल

हमने पायी
हर ख़ुशी आज़ादी
हैं  खुशहाल

नंदिनी लहेजा
रायपुर(छत्तीसगढ़)

कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...