।तेरे मीठे बोल ही संबको याद*
*आयेंगें।।*
*।।विधा।।मुक्तक।।*
1
चार दिन की जिन्दगी फिर
अंधेरा पाख है।
फिर खत्म कहानी और
बचेगा धुंआ राख है।।
अच्छे कर्मों से ही यादों में
रहता है आदमी।
तेरे अच्छे बोल व्यवहार से
ही बनती साख है।।
2
कब किससे कैसे बोलना यह
मानना बहुत जरूरी है।
इस बुद्धि कौशल कला को
जानना बहुत जरूरी है।।
शब्द तीर हैं कमान हैं देते हैं
घाव गहरा बहुत।
हर स्तिथी को सही सही
पहचानना बहुत जरूरी है।।
3
साथ समय समर्पण दीजिए
आप बदले में यही पायेंगे।
जैसा बीज डालेंगें धरती में फल
वैसा उगा कर लायेंगे।।
सम्मान पाने को सम्मान देना
उतना ही है जरूरी।
बस तेरे मीठे बोल ही सदा
संबको याद आयेंगें।।
*।।कॅरोना।दो ग़ज़ दूर रहे हर इंसान ।यह है दवा भी।है यह भी एक निदान।।*
*।।विधा।।मुक्तक।।*
1
खुल गया लॉक डाउन पर
दो ग़ज़ दूर हो हर इंसान।
जान लीजिए कि यह है
दवा भी ,यह है निदान।।
बचें आप बहुत भीड भाड़
कहीं भी धक्कामुक्की से।
इनका रास्ता जाता शमशान
कोऔर बचती नहीं जान।।
2
जान लीजिये जान भी बचानी
और जहान भी बनाना है।
बरतनी तो अभी भी सावधानी
और कॅरोना भी भगाना है।।
बस सरकार ने तो इजाजत
दे दी पर कॅरोना ने नहीं।
हर समय हाथ धोना और मास्क
तो जरूर ही लगाना है।।
3
प्रगति और बचाव चलेंगें अब
तो दोंनों ही साथ साथ।
कॅरोना और देश बढ़ेगें अब
दोंनों ही हाथों में हाथ।।
कॅरोना से घबराना नहीं बल्कि
वैक्सीन से करना बचाव है।
बस याद रखें हम को बचायेगा
आंतरिक शक्ति प्रसाद।।
*रचयिता।।एस के कपूर "श्री हंस"*
*बरेली।।।।*
मोब।।।।। 9897071046
8218685474
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