अमरनाथ सोनी अमर

कविता- रक्त- दान महादान! 

सभी दान से बढ़कर मेरा, 
रक्तदान कहलाता है!
कितने लोग के जान बचेगें, 
यह महादान कहलाता है!! 

पुण्य प्रताप कभी कम ना हो, 
सब जीवन खुशहाली भर दे! 
राष्ट्र भक्त वही कहलाता, 
देश लिये वह रक्त दान दे!! 

असहायों का प्राण बचे जब, 
कितनों में खुशहाली आयेगी! 
स्वस्थ्य सुखी सब रोग मुक्त हों, 
रक्त दान खुशियाँ भर देगी!! 

रक्तदान से रक्त घटे ना, 
कभी ना खाली तन होवे! 
अति तेजी से रक्त बढेगा, 
चंद दिनों भरपाई होगा!! 

नित- नित -नये रक्त बनेगा, 
स्वस्थ -सुखी तन होवेगा!
बल -पौरुष की कमी ना होगी, 
भगवन दुआ तो बरसेगा!! 

पूरे उम्र भर आप रहेंगें, 
शान से यम घर जायेंगें! 
सीना तान बयान भी देंगें, 
पुण्य -प्रताप बतायेंगें!! 


अमरनाथ सोनी" अमर "
9302340662

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