सुधीर श्रीवास्तव

हाइकु
सुख दु:ख
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सुख दुःख तो
आते जाते रहेंगे,
फिक्र न कर।
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दु:ख आया है
पहाड़ बनकर,
जाने के लिए।
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सुख दु:ख तो
स्थाई भाव नहीं,
चला ही जाता।
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सब कहते
सुख दु:ख जीवन,
सत्य वचन।
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सुख आया है
चला भी तो जायेगा,
आने के लिए
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@सुधीर श्रीवास्तव
      गोण्डा, उ.प्र.
    8115285921
@मौलिक, स्वरचित,

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