पिता क्या है ?
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जीवन की अभिकल्पना है पिता ,
जीवन की सम्बल , शक्ति है पिता ,
जीवन की सृष्टि मे निर्माण की अभिव्यक्ति है पिता ,
जीवन के हर पलों की यादाश्त है पिता !
जीवन मे अँगुली पकड़े बच्चे का सहारा है पिता ,
जीवन मे कभी कुछ खट्टा कभी खारा है पिता ,
जीवन की पालना , सहारा है पिता ,
जीवन की पोषण , रक्षा है पिता !
जीवन मे रोटी है, कपड़ा है, मकान है पिता ,
जीवन मे परिवार का अनुशासन है पिता ,
जीवन मे धौंस से चलना वाला प्रेम का प्रशासन है पिता ,
जीवन मे छोटे से परिंदे का बड़ा आसमान है पिता !
जीवन मे अप्रदर्शित - अनंत प्यार है पिता ,
जीवन मे बच्चों का इंतज़ार है पिता ,
जीवन मे बच्चों के ढेर सारे सपने है पिता ,
जीवन मे बाज़ार के सब खिलौने अपने हैं पिता !
जीवन मे परिवार में राग-अनुराग है पिता ,
जीवन मे माँ की बिंदी और सुहाग है पिता ,
जीवन मे परमात्मा है पिता ,
जीवन मे गृहस्थ आश्रम में उच्च स्थिति की भक्ति है पिता !
जीवन मे एक जीवन को जीवन का दान है पिता ,
जीवन मे दुनिया दिखाने का एहसान है पिता ,
जीवन मे सभी कठिनाइयों को निकालने का सहारा है पिता ,
जीवन मे गले का हार है पिता !
जीवन मे सभी दुखों को हरने वाले है पिता ,
जीवन के दर्दों की दवा है पिता ,
जीवन मे दिन की सूर्य और रात की रोशनी है पिता ,
जीवन मे पिता नहीं तो बचपन अनाथ है !
जीवन मे जीवन की ज्योति है पिता ,
जीवन मे पिता से बड़ा कोई अपना नही ,
पिता है तो जीवन कृतार्थ है ,
पिता एक पेड़ की छावं होते है !
पिता जीवन की नाव होते है ,
पिता जीवन की मतझार होते है ,
पिता बिन जीवन है अधूरा ,
खाली - खाली , सुना - सुना !
✍🏻रुपेश कुमार©️
चैनपुर, सीवान, बिहार
मो0 - 9934963293
ईमेल - rupeshkumar01991@gmail.com
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