प्रज्ञा जैमिनी स्वर्णिमा

योग

संयम,संकल्प,सहनशक्ति का नाम है योग
नियमित योग से काया रहती है निरोग

है यह प्राचीन भारतीय संस्कृति व कला का प्रतीक
ऋषि-मुनियों ने दी प्रकृति-योग के सामंजस्य की सीख

योग शरीर को बलिष्ठ बनाने में है मददगार
क्षय कर देता तन-मन का अनचीन्हा क्षार

यह बनाता है शरीर को स्वस्थ व लचीला
नियमित योग से शरीर बनता है बांका व सजीला

  जानते हैं न,  योग करने में दमड़ी नहीं है लगता
तो फिर योग  कीजिए व बढ़ाइएअपनी प्रतिरोधक क्षमता

----प्रज्ञा जैमिनी 'स्वर्णिमा',दिल्ली

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