योगा दिवस
योग साधना कर सब, सद्विचार का संकल्प संचार करें,
प्राणपुंज ॠषिचिंतन द्वारा,सबमें नूतन प्राणा भरें।
आत्म जागरण ही जीवन की,खुशियों का आधार,
योगा -धयान के बिना न होता, सबका बेड़ापार ।
योग को अपनाकर, जन मानस को तैयार करें,
जिएँ देश-हित, मरें देश-हित, रामराज्य साकार करें।
दृढ़संकल्प, विश्वास, योग से, मानवता की मुर्ति गढ़े,
जीवन-पौरूष की शाला में,आदर्शो का पाठ पढ़े।
शाश्वत आत्म चेतना जागे,घर-घर मंगल दीप जलें,
युग निर्माण योजना-पथ पर,आओ हम सब योगा कर लें।
करो न देर बढ़ो मिल-जुलकर, योग-समय लगाओ,
जन-जन की पीर मिटेगी, सब जन योगा करते जाओ।
करूण कराह मिटे जगती की,प्रातःकाल योगा को अपनाओ ,
तुम गीत खुशी के गाओ,विश्व योग दिवस मनाओ।
संरक्षित हो राष्ट्र हमारा,यही पतंजली कहते,
विश्व योग दिवस के इस महत् पर्व पर,
योग संकल्प करते।
डॉक्टर रश्मि शुक्ला(समाज सेविका)
अध्यक्ष सामाजिक सेवा एवम् शोध संस्थान
प्रयागराज
उत्तर प्रदेश
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