मन्शा शुक्ला

परमपावन मंच का सादर नमन
  ..........सुप्रभात.................
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏


शतत् प्रवाह मान
सदा रहे गतिमान
रहो सदा कर्मरत
का देती सन्देश है।

कठिन जीवन  पथ
बैठ  चलों  धैर्य रथ
छोड़ो मत साहस को
देती उपदेश है।

अडिग  हो बढ़ें चलों
खार बीच तुम खिलों
साधों तीर लक्ष्य पर
का देती  निर्देश है।

जीवन का सार कर्म
समझों  इसका  मर्म
 मानव  दुर्लभ  तन
मिलता विशेष है।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏

मन्शा शुक्ला
अम्बिकापुर

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