।योग।।दिवस।।*
*(21 06 2021)*
*शीर्षक।।।।योग भगाये रोग।।*
*।।।।विधा।।।।।।।।।मुक्तक।।।*
1
योग से बनता है मानव
शरीर स्वस्थ आकार।
योग एक है जीवन की
पद्धति स्वास्थ्य का आधार।।
योग से निर्मित होता तन मन
और मस्तिष्क भी सुदृढ़।
तभी तो हम कर सकते हैं
हर जीवन स्वप्न साकार।।
2
भोग नहीं योग आज की बन
गया एक जरूरत है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता से ही
जीवन बचने की सूरत है।।
छह वर्ष सम्पूर्ण विश्व को ही
भारत ने दिखाया था रास्ता।
आज तो पूरी दुनिया में भारत
बन गया योग की एक मूरत है।।
3
नित प्रति दिन व्यायाम ही तो
योग का एक रूप है।
व्यावस्तिथ हो जाती आपकी
दिनचर्या बदलता स्वरूप है।।
निरोगी काया आर्थिक स्थिति
भी होती है योग से सुदृढ़।
योग तो सारांश में तन मन की
सुंदरता का ही प्रतिरूप है।।
*।। प्रातःकाल वंदन।।*
🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂
सुख शान्ति स्वास्थ्य का
प्रेम भरा पैगाम आपको।
जीवन में मिले प्रत्येक
व्याधि का निदान आपको।।
यश कीर्ति मान सम्मान
सब कुछ मिले जीवन में।
*सुबह सवेरे का ह्र्दयतल*
*से प्रणाम आपको*
👌👌👌👌👌👌👌👌
*।।करो योग रहो निरोग।।*
*।।विधा।।हाइकु।।*
1
योग से काया
मनुष्य हो निरोगी
स्वास्थ्य ये लाया
2
योग करता
दृढ़ता है बढ़ती
रोग हटता
3
योग आहार
शुद्ध होते विचार
स्वस्थ आकार
4
अक्षय ऊर्जा
योग भगाये रोग
बचता खर्चा
5
योग का मार्ग
स्वास्थ्य और संयम
ये रोग भाग
6
योग से बल
योग से आत्मबल
शरीर चल
7
निरोगी काया
भोग विलास दूर
योग की माया
8
योग सम्बन्ध
योग व्याधि का वध
हो गद गद
9
पयार्प्त योग
दूर हो हर रोग
स्वास्थ्य का जोग
10
योग ही श्रेष्ठ
निरोगी होती काया
है सर्वश्रेष्ठ
*रचयिता।। एस के कपूर*
*"श्री हंस"।।*
*बरेली ।।*
मोब।।। 9897071046
8218685464
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें