नंदिनी लहेजा

नमन माँ शारदे 
नमन मंच 
विषय:-योग दिवस 

माना जीवन चिँताओं का घर हुआ हैं जा रहा
हाय यह ना मिला, हाय वह ना मिला सोचकर घबरा रहा
दिनचर्या को कर अपनी अव्यवस्थित
बस हम भागे जा रहे
सब कुछ पाने की चाहत मे
अपनी सेहत हार रहे
अनेक बीमारियों से ग्रस्त हुआ जा रहा मानव जीवन
इनसे बचने ढेरों दवाईयों का कर रहा है सेवन
स्वयं को गर रखना है निरोगी
योग को जीवन मे शामिल कर
योग भगाये रोग शरीर के
और देता है मानसिक बल
योग आज की बात नहीं , सदियों से अपनी पहचान हैं
ऋषि मुनि जो हुए हमारे, उनका यह अभिमान हैं
आओ विश्व योग दिवस पर
हम सब मिल प्रण करते हैं
जीवन में कर योग को शामिल
निरोगी जीवन पाते हैं

नंदिनी लहेजा
रायपुर छत्तीसगढ़
स्वरचित मौलिक 

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