एस के कपूर श्री हंस, 06,
पुष्कर एनक्लेव, स्टेडियम रोड,
बरेली,243005(ऊ प)
कविता
जीवन अर्थ मर्म।।विविध मुक्तक।।
1,,,,
मनुष्य में भी ईश्वर का वास होता है।
।।।।।।।।।।।।।।।मुक्तक।।।।।।।।।।।
जिस दिन इंसान को इंसान में
इंसान नज़र आयेगा।
दूसरे के मान में ही अपना
सम्मान नज़र आयेगा।।
जब समझ लेगा मनुष्य कि सब
हैं एक ईश्वर की संतानें।
आदमी को आदमी में ही तब
भगवान नज़र आयेगा।।
*रचयिता।।।।।एस के कपूर श्री हंस
*बरेली।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
मोब 9897071046।।।।।।।
8218685464।।।।।।।।।।।।।
2,,,,,,,
जो याद रहे वह कहानी बनो।।
।।।।।।।।।मुक्तक।।।।।।।।।।।।
बस अपना ही अपना नहीं
किसी और पर मेहरबानी बनो।
चले जो साथ हर किसी के
तुम ऐसी कोई रवानी बनो।।
जीवन तो है हर पल कुछ
नया कर दिखाने का नाम।
कोई भूल बिसरा किस्सा नहीं
जो याद रहे वो कहानी बनो।।
रचयिता।।।।एस के कपूर श्री हंस
बरेली।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
मोब 9897071046।।।।।।।।।
8218685464।।।।।।।।।।।।।।।
3,,,,,,,,
जीवन की आखिरी।।।।।शाम
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न जाने कब जीवन की
आखरी शाम आ जाये।
वह अंतिम दिन बुलावा
जाने का पैगाम आ जाये।।
सबसे बना कर रखें हम
दिल की नेक नियत से।
जाने किसी की दुआ कब
जिंदगी के काम आ जाये।।
रचयिता।।।।।एस के कपूर
श्री हंस।।।।।बरेली।।।।।।।
मोब।।। 9897071046।।।
8218685464।।।।।।।।।।।।
4,,,,,,,,,,
बस प्रेम का नाम मिले तुमको
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जिस गली से भी गुज़रो बस
मुस्कराता सलाम हो तुमको।
किसी की मदद तुम कर सको
बस यही पैगाम हो तुमको।।
दुआयों का लेन देन हो तुम्हारा
बस दिल की गहराइयों से।
प्रभु से करो ये गुज़ारिश कि
बस यही काम हो तुमको।।
रचयिता ।।।।एस के कपूर श्री
हंस।।।।।।।बरेली।।।।।।।।।।।
मोब 9897071046।।।।।।।
8218685464।।।।।।।।।।।।